दोस्तों आज के समय में हर कोई का सपना अलग अलग होता है कोई आर्मी बनना चाहता है तो कोई इंजीनियर बनना चाहता है या फिर कोई दूसरे फील्ड में जाना चाहता है लेकिन कई सारे ऐसे लोग है जो होम्योपैथिक डॉक्टर बनना चाहते है तो अगर आप होम्योपैथिक डॉक्टर बनना चाहते हो तो इसके लिए आपको भंस डिग्री करना होगा तो आज की इस आर्टिकल में आपको बताऊंगा BHMS क्या है (What is BHMS information in hindi), (How To Do BHMS Full Details In Hindi) कैसे करे इस कोर्स करने के लिए क्या योगयता होनी चाहिए और भी बहुत कुछ का आंसर डेटाइले में आगे बताने वाला हूँ.
बी.एच.एम.एस एक बहुत पॉपुलर कोर्स है जिसे करने के बाद आप एक होम्योपैथिक डॉक्टर बन सकते है या फिर आप किसी होम्योपैथिक डॉक्टर बन के किसी हॉस्पिटल में जॉब कर सकते है और डॉक्टर में एक्सपर्ट हो सकते है BHMS करने के बाद बहुत कुछ कर सकते है जो आगे डिटेल्स में बताएंगे लेकिन इसके लिए आपके पास कुछ योगयता होनी चाहिए यानी की बी एच एम एस (BHMS Course) करने के लिए आप एलिजिबल (Eligible) होनी चाहिए तभी आप इस कोर्स को कर सकते है तो चलिए सबसे पहले जान लेते है बी एच एम एस क्या होता है (What is BHMS Information In Hindi) उसके बाद जानेंगे की बी एच एम एस कितने साल का होता है और इसे कैसे करे.
बी.एच.एम.एस कोर्स क्या है (What is BHMS Course information in hindi)
बी.एच.एम.एस कोर्स कहाँ से और कैसे करे
बी.एच.एम.एस कोर्स कितने साल का होता है
बी.एच.एम.एस कोर्स में क्या क्या पढ़ाया जाता है
बी.एच.एम.एसकी पढाई के लिए क्या (Eligibility) चाहिए
बी.एच.एम.एस कब कर सकते है
बी.एच.एम.एस क्या है जानकारी हिंदी में (What is BHMS information in hindi)
बी.एच.एम.एस जिसका फुल फॉर्म बैचलर ऑफ़ होम्योपैथिक मेडिसिन एनफ सर्जरी (Bachelor of Homeopathic Medicine And Surgery) है होम्योपैथी चिकित्सा की एक समग्र (holistic) प्रणाली है जो लोगों को मुख्य रूप से टैबलेट के रूप में दिए गए अत्यधिक पतला पदार्थों के साथ इलाज करने पर आधारित है, जो चिकित्सा की प्राकृतिक प्रणाली को ट्रिगर (Triggers) करता है.
होम्योपैथिक (Homeopathic) मेडिसिन और सर्जरी स्नातक (Bachelor) एक होम्योपैथी के क्षेत्र में पाठ्यक्रम या कार्यक्रम के लिए प्रदान की जाने वाली एक स्नातक (Bachelor) डिग्री है। इसे बी।एच।एम।एस। जो बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी डिग्री का संक्षिप्त रूप है। B।H।M।S की अवधि। वह वर्ष है जिसमें इंटर्नशिप शामिल है। होम्योपैथिक मेडिसिन और सर्जरी की डिग्री एक समग्र वैकल्पिक चिकित्सा डिग्री के रूप में होम्योपैथिक औषधीय प्रणाली के बुनियादी और गहन ज्ञान प्रदान करती है.
वैसे तो बी।एच।एम।एस। कोर्स बहुत जायदा पुपोलर है हमारे देश में क्यूंकि इससे होम्योपैथिक डॉक्टर बनने के लिए सबसे अच्छा कोर्स है जो आपको निचे बताएंगे BHMS 55 साढ़े पांच साल का कोर्स होता है इस कोर्स को आप तभी कर सकते है जब आप 12th किये हो तो आये जान लेते है बी।एच।एम।एस। करने के लिए क्या क्या एबिलिटी होनी चाहिए (Minimum Qualification For BHMS)
बी.एच.एम.एस कोर्स के लिए योगयता (Minimum Qualification Required To join BHMS)
- 10th पूरी करे अच्छे मार्क्स से
- 12th पास करे फिजिक्स केमिस्ट्री बायोलॉजी और इंग्लिश से और अच्छे मार्क्स लाये कम से कम 50 % से 60 % होना चाहिए बी।एच।एम।एस। में एडमिशन लेने के लिए
- 12th के बादBHMS Course कर सकते है
- आपकी उम्र काम से काम 17 साल होना चाहिए
बी.एच.एम.एस करने के फायदे (BHMS Course Benefits)
बी.एच.एम.एस कोर्स करने के बाद तो बहुत सारे फायदे है पर में आपको कुछ फायदे बताना चाहता हूँ जिससे आपको एक अंदाज़ा लग सके और आपको बी.एच.एम.एस कोर्स करने में मज़ा भी आये दराशल कोई कोर्स ख़राब नहीं होता है बस आपको मेहनत करना होता है तो चलो अब जानते है की बी.एच.एम.एस कोर्स (Advantage of BHMS) के फायदे.
- बी.एच.एम.एस कोर्स (BHMS Course) करने के बाद आप अच्छे जानकार हो जाते है।
- बी.एच.एम.एस करने के बाद आप एक अंडर ग्रेजुएट कहलाते है
- ये एक साइंस ग्रेजुएशन डिग्री है जिसे करने के बाद आपके पास होइमोपथिक डॉक्टर का नॉलेज हो जाता है
- बी.एच.एम.एस कोर्स करने पर आप किसी भी होम्योपैथिक हॉस्पिटल में जॉब कर सकते हो
- बी.एच.एम.एस करने के बाद विदेश में जॉब आसानी से कर सकते है
- बी.एच.एम.एस करने के बाद आप अपना खुद की होम्योपैथिक दुकान खोल सकते है.
बी.एच.एम.एस के सब्जेक्ट (BHMS Subject)
बी.एच.एम.एस कोर्स में आपको वही चीज पढ़ाये जाते है जो होम्योपैथिक के रेलेटेड हो और इसमें भी बहुत जायदा डीप नॉलेज मिलती है तो चलो जानते है बी।एच।एम।एस। डिग्री में हमलोग क्या पढ़ सकते है.
- मटेरिअ मेडिका (Materia Medica)
- ऑरगेनन ऑफ़ मेडिसिन (Organon of Medicine)
- एनाटोमी (Anatomy)
- फिजियोलॉजी & बायोकेमिस्ट्री (Physiology & Biochemistry)
- कम्युनिटी मेडिसिन (Community Medicine)
- रिपर्टरी (Repertory)
और भी बहुत सारे सब्जेक्ट को पढ़ाया जाता है ।
बी.एच.एम.एस के कोर्स (Bachelor of Homeopathic Medicine and Surgery Specialisations)
- होम्योपैथिक फार्मेसी (Homeopathic Pharmacy)
- पेडियाट्रिक्स (Paediatrics)
- साइकाइट्री (Psychiatry)
- स्किन स्पेशलिस्ट (Skin Specialist)
- इनफर्टिलिटी एंड सेक्स स्पेशलिस्ट (Infertility and Sex Specialist)
बी.एच.एम.एस करने के बाद जॉब (BHMS Job Types)
बड़ी संख्या में लोग एलोपैथिक उपचार से असंतुष्ट हैं और कभी पूरी तरह से ठीक नहीं होते हैं। इसलिए एक प्राकृतिक और वैकल्पिक उपचार की मांग में बहुत अधिक वृद्धि हुई है। अपनी बीमारी का पूरा इलाज तलाशने वाले लोग अक्सर होम्योपैथिक डॉक्टरों (Homeopathic Doctor) की ओर रुख करते हैं.
इसके अलावा, होम्योपैथिक दवा का कोई दुष्प्रभाव नहीं माना जाता है। इन कारकों ने होमियोपैथ को अपने स्वयं के क्लीनिक खोलने और एक चिकित्सा प्रणाली से मुनाफाखोरी के लिए प्रोत्साहित किया है जो पहले उतना प्रतिष्ठित नहीं था जितना अब है.
इसके अलावा अवसरों में निजी और सार्वजनिक दोनों क्षेत्रों में शामिल हैं। वैसे तो BHMS करने के बाद आपके पास बहुत सारा ऑप्शन होता है कुछ भी करने के लिए लेकिन में आपको कुछ बेहतरीन जॉब के बारे में बता देता हूँ जो बहुत जायदा ही अच्छा है.
एम्प्लॉयमेंट एरिया (Employment Areas)
- क्लिनिक (Clinic)
- चैरिटेबल इंस्टीटूशन्स (Charitable Institutions।)।
- कंसल्टंसीस (Consultancies)
- होम्योपैथीक मेडिसिन स्टोर (Homeopathic Medicine Store)
- हॉस्पिटल्स (Hospitals।)
- मेडिकल कॉलेजेस (Medical Colleges)
- फरमाइस (Pharmacies)
- रिसर्च इंस्टीटूट्स (Research Institutes)
- स्टेट डिस्पेंसरीज (State Dispensaries)
- ट्रेनिंग इंस्टीटूट्स (Training Institutes)
जॉब टाइप (Job Types)
- डॉक्टर (Doctor)
- कंसलटेंट (Consultant)
- फार्मासिस्ट (Pharmacist)
- प्राइवेट प्रैक्टिस (Private Practice)
- पब्लिक हेल्थ स्पेशलिस्ट्स (Public Health Specialists)
- रेसेअर्चेर्स (Researchers)
- टीचर्स (Teachers)
बी.एच.एम.एस (BHMS Degree) कैसे करे पूरी जानकारी
1 10वीं पास करे बी।एच।एम।एस कोर्स के लिए
अगर आपको एक होम्योपैथिक डॉक्टर बनना हो या फिर डॉक्टर के रेलेटेड कुछ भी बनना हो तो आपको सबसे पहले 10th पास करना होगा इसके बाद जैसे ही 10th पास कर लेते हो इसके बाद 12th में एडमिशन ले साइंस सब्जेक्ट से.
2 12th की पढाई पूरी करे बी.एच.एम.एस BHMS में एडमिशन लेने के लिए
12th कॉलेज में फिजिक्स केमिस्ट्री बायोलॉजी और इंग्लिश सब्जेक्ट को चुने और एडमिशन ले और एडमशन लेने के बाद आपको 12th की पढाई पूरी करनी होगी जो पुरे 2 साल का कोर्स होता है तो आपको अच्छे से मन लगा कर पढाई पूरी करनी है तभी आपको एंट्रेंस एग्जाम में बैठने दिया जायेगा.
लेकिन BHMS में एडमिशन लेने के लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम देना पढता है अगर आपको अपने देश के टॉप कॉलेज से एमएससी करना है तो आपको एंट्रेंस एग्जाम से गुजरना होगा और अगर ऐसे ही किसी भी कॉलेज से करना चाहते है तो आप कर सकते है वैसे कई सारे ऐसे कॉलेज है जो आपके मार्क्स को देखर एडमिशन दे देते है लेकिन टॉप कॉलेज के लिए एंट्रेंस एग्जाम देना होगा.
3 बी.एच.एम.एस (BHMS) के लिए एंट्रेंस एग्जाम दे और क्लियर करे
अब आपको 12th पूरा करने के बाद एंट्रेंस एग्जाम देना है बी.एच.एम.एस करने के लिए जैसे ही आप एंट्रेंस एग्जाम देते है इसके बाद आपको क्लियर करना होता है जैसे ही आपका एंट्रेंस एग्जाम क्लियर हो जाता है इसके बाद आपके एंट्रेंस के मार्क्स के अनुशार आपको कॉलेज दिया जाता है तो आपको बी.एच.एम.एस में एडमिशन लेना होगा तो आप एडमिशन ले.
4 बी.एच.एम.एस (BHMS) की पढाई पूरी करे
तो जैसे ही आपको एडमिशन BHMS में मिल जाता है आपको पूरी धेयान से पढाई करना होता है और आपको पास करना होता है लेकिन एक बाद याद रहे आपको पूरी दिल से पढाई करना है एडमिशन लेने के बाद तभी आपको अच्छे सैलरी में जॉब मिल सकता है तो आप अपना बी.एच.एम.एस की पढाई इस तरह से पूरी कर सकते है.
बी.एच.एम.एस (BHMS) क्या है कैसे करे पूरी जानकारी हिंदी में
तो दोस्तों मुझे उम्मीद है की में आपका सारा सवालों का जवाब दे पाया होगा क्यूंकि में सारा कुछ बताया है की कैसे आप अपना एमटेक की पढाई कर सकते (What is BHMS Course? how to do BHMS Course full information in hindi), (Qualification, Job full details information in hindi) है बहुत डिटेल्स में जानकारी देने का कोशिश क्या हूँ अगर ये पोस्ट आपको अच्छा लगे तो शेयर जरूर कर देना.