एसपीएससी (SPSC) क्या है फुल फॉर्म पूरी जानकारी

दोस्तों कुछ भी बनने के लिए सबसे पहले आपको एग्जाम देना होता है तो आज की इस आर्टिकल मैं हम आपको बताऊंगा की एसपीएससी क्या होता है (What is SPSC in hindi), एसपीएससी का काम क्या है (What is the Work of SPSC) और एसपीएससी की फुल फॉर्म क्या होती है (SPSC Full Form) ये सब के बारे में डिटेल्स में बताने वाला हूँ इसलिए आप ये आर्टिकल पड़ते रहिये।

दोस्तों हमारे देश का हर राज्य में प्रशासनिक सेवाओं के लिए लाखों युवा तैयारी करते हैं. किसी भी राज्य को सुचारू रूप से चलाने के लिए और राज्य के विकास के लिए प्रशासनिक सेवाएं बहुत जरूरी है. प्रशासनिक सेवा ही राज्य में कानून व्यवस्था और न्याय व्यवस्था को बनाए रखती है.

spsc kya hai puri jankari
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युवा जो प्रशासनिक सेवा में जाना चाहते हैं उनके मन में यह सवाल जरूर होगा कि की प्रशासनिक सेवाओं की नौकरी के लिए परीक्षाएं कौन आयोजित कराता है. कौन सा समूह या आयोग है जो कि इन परीक्षाओं की देखरेख करता है. जिनके ऊपर प्रशासनिक सेवाओं की परीक्षा की जिम्मेदारी होती है.

अगर आप भी इन सारे सवालों का जवाब पाना चाहते हैं तो हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें. आज मैं आपको इस आर्टिकल में state public service commission के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां शेयर करूंगा.

एसपीएससी क्या होता है (What is SPSC in hindi)

दोस्तों जैसा हम जानते हैं किसी भी राज्य को सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रशासनिक सेवाएं बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है प्रशासनिक सेवा में काम करने वाले अक्सर ही राज्य के सारे गतिविधियों को देखता है और यह सुनिश्चित करता है कि राज्य की विकास के कार्य सुचारू रूप से चलते रहे।

इसीलिए भारत सरकार के अधिनियम के तहत 1953 में हर एक राज्य के लिए एक आयोग का गठन किया गया था इस आयोग का काम है कि वह अपने राज्य के प्रशासनिक सेवाओं में अफसरों की नियुक्ति के लिए परीक्षाएं आयोजित करें तथा इन परीक्षाओं की पूरी जिम्मेदारी उठाएं हमारे देश के संविधान में इसे self governor body का दर्जा दिया गया है.

इसे राज्य के लोक सेवा आयोग के रूप में जाना जाता है. राज्य लोक सेवा (spsc) के अध्यक्ष और अन्य कर्मचारियों की नियुक्ति राज्यपाल के द्वारा की जाती है. किसी भी राज्य के राज्यपाल ही इस आयोग के काम की देखरेख करता है.

हमारे संविधान में इसके पूरे अधिकार के बारे में नहीं बताया गया है. इस आयोग में काम कर रहे कर्मचारियों की संख्या के साथ-साथ  उनके सेवा की शर्तों को निर्धारित करने का अधिकार भी राज्यपाल के पास होता है.

राज्यपाल राज्य लोक सेवा आयोग (State public service) के कार्यवाहक अध्यक्ष को भी नियुक्त कर सकती है।

  • जब राज्य लोक सेवा आयोग का अध्यक्ष पद खाली हो जाए हो और कुछ समय के लिए कार्यवाहक अध्यक्ष की जरूरत पड़ती है।
  • आयोग में अध्यक्ष की अनुपस्थिति और किसी कारणवश अपने कामों को करने में असमर्थ है तब कार्यवाहक अध्यक्ष (acting president) की जरूरत होती है और जिसकी नियुक्ति राज्यपाल कर सकता है।

कार्यवाहक अध्यक्ष का कार्यकाल (Tenure) कब तक रहता है जब तक किसी अध्यक्ष की नियुक्ति ना हो जाए और जब तक अध्यक्ष अपने कार्यालय का कार्यभार संभालने के लिए उपस्थित ना हो।

SPSC FULLFORM KYA HAI 

SPSC FULLFORM STATE PUBLIC SERVICE COMMISSION 

एसपीएससी एग्जाम की योगयता (SPSC EXAM ELIGIBILITY) 

राज्य लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष और कर्मचारी के लिए आपको भारत सरकार के अधीन किसी कार्यालय या राज्य सरकार के अधीन किसी कार्यालय में कम से कम 10 साल तक काम करना होता है। तभी आपको प्रमोशन मिलकर इस आयोग में काम करने का मौका मिलता है।

एसपीएससी अध्यक्ष का कार्यकाल (SPSC President’s Term)

दोस्तों राज्य लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष का कार्यकाल 6 साल का होता है या 62 साल की उम्र तक का होता है। अगर आपका उम्र 62 साल है आप के 6 साल के कार्यकाल के अंदर ही हो जाता है तो आपको उस समय तक की सेवा करने का मौका मिलता है जब आपकी 62 साल की उम्र पूरी हो जाती है।

कोई सदस्य और अध्यक्ष अगर अपने कार्यकाल से पहले इस्तीफा देना चाहते हैं तो उन्हें अपना इस्तीफा राज्यपाल के समक्ष देना होता है।

SPSC  Responsibilities and Work

सबसे मुख्य काम राज्य लोक सेवा आयोग अपने राज्य के प्रशासनिक सेवाओं में भर्ती के लिए परीक्षाएं आयोजित कर आती है। और इन परीक्षाओं का सही ढंग से आयोजन हो इसकी जिम्मेदारी भी इसी आयोग की होती है।

  • सिविल सेवा के परीक्षा और सिविल सेवा के पदों की भर्ती के जितने भी मामले हैं उनकी जांच और देखरेख SPSC की जिम्मेदारी होती है।
  • सिविल सेवाओं और पदों में भर्ती के लिए और किसी एक पद से दूसरे पद में प्रमोशन तथा स्थानांतरण के लिए कर्मचारियों का चयन के लिए नियम का पालन करना यह भी राज्य लोक सेवा आयोग का काम होता है।
  • भारतीय सरकार क्या तुम किसी कार्यालय में या राज्य सरकार के अधीन किसी कार्यालय में कार्य कर रहे कर्मचारी अगर घायल हो जाता है और वह अपनी सेवा नहीं दे पाता तो  वाह पेंशन के लिए आवेदन कर सकता है और इस पर विचार विमर्श राज्य लोक सेवा आयोग भर्ती है।
  • एक एक भारतीय नागरिक होने के नाते  किसी भी प्रकार का दिन कार्य कर रहे कर्मचारी पर disciplinary action के मामले पर राज्य लोक सेवा आयोग की जांच करती है।

अधिकारी कार्य को करने में और और किए गए कार्यों पर अगर कानूनी कार्रवाई हो रही है और उस कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए आपने जो खर्च किया है उसका दावा आप कर सकते हैं। वह खर्च आपको मिले इस पर भी विचार विमर्श राज्य लोक सेवा आयोग ही करती है।

CONCLUSION 

दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने राज्य लोक सेवा आयोग के बारे में जानना है। आर्टिकल में हमने spsc kya hai, spsc ka kam kya hai (spsc responsibilities and work), spsc fullform kya hai यह सारी महत्त्व जानकारियों को विस्तार से जाना है।

मुझे उम्मीद है कि इस आर्टिकल को पढ़कर आपको राज्य लोक सेवा आयोग के बारे में सारी जानकारी मिल गई होगी।

धन्यवाद!