दोस्तों आज की आर्टिकल में हम आपको बाल दिवस पर निबंध सरल भाषा में – Essay on Childrens Day in Hindi के बारे में बताएंगे यानी की Childrens Day par Nibandh kaise Likhe इसके बारे में पूरी जानकारी देंगे यानी की आपको Childrens Day par 1200 words का essay मिलेगा इसलिए ये आर्टिकल पूरा धेयान से पूरा पढ़ना है। आपके लिए हेलफुल साबित होगी।
हर साल हमारे देश में 14 नवंबर पंडित जवाहरलाल नेहरू जी के जन्मदिन के अवसर पर बाल दिवस मनाया जाता है। किसी भी देश के भविष्य के बारे में जानना है तो हम उस देश के बच्चों के बारे में जानते हैं क्योंकि बच्चे ही देश के भविष्य की नींव रखते हैं और इसी चीज हमारे देश में हर साल 14 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता है.
इस दिन स्कूलों और सभी शिक्षण संस्थानों जैसे कि कोचिंग इंजीनियरिंग कॉलेज यूनिवर्सिटी डिग्री कॉलेज में Childrens Day मैं एक प्रोग्राम आयोजित कराया जाता है। इस दिन शिक्षण संस्थानों में पंडित ज्वाला नेहरू जी का जन्मदिन भी मनाया जाता है और बाल दिवस मनाया जाता है। इसका शिक्षण संस्थानों में रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।
बाल दिवस पर निबंध सरल भाषा में – Essay on Childrens Day in Hindi
शिक्षक अपने छात्रों को इस दिन उपहार देते हैं और उन्हें उज्जवल भविष्य बनाने का आशीर्वाद देते हैं। बाल दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि हम अपने देश के लोगों को बता सकें कि बच्चे हमारे देश के उज्जवल भविष्य के नियम है। हमें उनकी अच्छे से देखभाल और उन्हें अच्छे संस्कार और अच्छी ज्ञान देने की बहुत जरूरत है.
बाल दिवस में हम लोगों को बच्चों के महत्वता के बारे में जागरूक करते हैं। आज हमारे देश में बहुत अधिक बाल श्रमिक हैं जो कि अपना बचपन छोड़कर किसी कारणवश काम कर रहे हैं। पंडित जवाहर नेहरू जी का सपना था कि हमारे देश का हर एक बच्चे को एक उच्च स्तरीय शिक्षा प्राप्त हो जिस दिन हम इन बाल श्रमिकों को एक अच्छी जिंदगी और एक अच्छा भविष्य दे पाएंगे उसी दिन हम सही मायने में Childrens Day मनाएंगे।
बाल दिवस हमारा एक राष्ट्रीय त्योहार है। यह त्यौहार हम हमारे भविष्य के सितारों को समर्पित करते हैं इस दिन हमारे देश के सरकार और राज्य सरकार बहुत सारी नई योजनाएं लाते हैं। जिससे कि बच्चों के विकास में और भी तेजी ला सकें पंडित जवाहरलाल नेहरू हमारे देश के बहुत ही महान नेता थे.
उन्होंने देश की आजादी के लिए बहुत ही संघर्ष किया वह बहुत ही दूरदर्शी वाले नेता थे और उन्हें मालूम था कि बच्चे हमारे देश के भविष्य की नींव हैं और साथ ही साथ उन्हें बच्चों के साथ बहुत ही लगाव था। वह हमेशा बच्चों से मिलने के लिए जाया करते थे और उनके लिए बहुत सारे उपहार भी ले जाया करते थे।
इसीलिए बच्चों ने चाचा नेहरू कहकर पुकारते हैं। इसीलिए हमारे देश में उनके जन्मदिन को यादगार बनाने और श्रद्धांजलि देने के लिए 14 नवंबर को Childrens Day के रूप में मनाया जाता है।
आजादी के बाद इन्होंने देश के बच्चों के विकास के लिए बहुत ही अहम कदम उठाए उन्होंने देश में शिक्षा को बहुत ही महत्व दिया ताकि हमारे देश के बच्चे शिक्षित हो सके और देश के विकास में एक अहम भूमिका निभाए।
इस दिन स्कूलों और विद्यालयों में कई तरह के प्रोग्राम का आयोजन कराया जाता है। जबकि गायन प्रतियोगिता नृत्य प्रतियोगिता चित्र प्रतियोगिता भाषण प्रतियोगिता जैसे और भी बहुत सारे प्रोग्राम का आयोजन कराया जाता है और इन प्रतियोगिता के द्वारा बच्चों को सम्मानित भी किया जाता है।
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पंडित जवाहरलाल नेहरू की जीवनी (Biography of Pandit Jawaharlal Nehru in Hindi)
पंडित जवाहरलाल नेहरू भारत माता के वह सपूत हैं। जिन्होंने उनकी आजादी के लिए अपना सब कुछ कुर्बान कर दिया था वह हमारे देश के एक महान राजनेता थे। उन्होंने देश के आजादी के लिए बहुत ही संघर्ष किया।
पंडित जवाहरलाल नेहरु जी का जन्म 14 नवंबर 1888 में इलाहाबाद में हुआ था पंडित जवाहरलाल नेहरू जी के पिता का नाम पंडित मोतीलाल नेहरू था पंडित मोतीलाल नेहरु उस वक्त के सबसे अच्छे वकीलों में से एक थे उन्होंने देश के स्वतंत्रता में भी बहुत अहम भूमिका निभाई है पंडित जवाहरलाल नेहरु जी की प्राथमिक शिक्षा भारत में हुई थी.
जबकि उन्होंने अपनी उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए इंग्लैंड के और वहां से उन्होंने बैरिस्टर की पढ़ाई की पंडित जवाहरलाल नेहरु बहुत ही संपन्न परिवार से थे पर उन्होंने देश की आजादी के लिए अपने सारे सुखचैन को कुर्बान कर दिया और देश की जनता के लिए संघर्ष करने लगे।
अंग्रेजों के गुलामी के वक्त हमारे देश के लोगों की स्थिति बहुत ही दयनीय थी और हमारे देश के बच्चों की स्थिति भी बहुत दयनीय थी। इसी परिस्थिति को बदलने का सपना लेकर पंडित जवाहरलाल नेहरू देश की राजनीति में आए और देश को आजादी दिलाने के खातिर गांधी जी के साथ बहुत सारे आंदोलन किए वह देश की आजादी के लिए कई बार जेल में भी गए पर उन्होंने हार नहीं माना।
पंडित जवाहरलाल नेहरु जी की देश के प्रति समर्पण को देखते हुए लोगों ने उन्हें आजाद भारत का पहला प्रधानमंत्री बनाया प्रधानमंत्री पद में रहते हुए उन्होंने देश कि विकास की नींव रखी उन्होंने देश के औद्योगिक करण की नींव रखी बच्चों के बेहतर शिक्षा और अच्छे विकास के लिए उन्होंने देश में अच्छी शिक्षा की नींव रखी।
पंडित जवाहरलाल नेहरू का विवाह 1916 में कमला कौल से हुआ। 1917 में पंडित ज्वाला नेहरू जी को पहली संतान हुई जिनका नाम इंदिरा गांधी है। इंदिरा गांधी अपने पिता की तरह बहुत बड़ी देशभक्त थी और उनकी देशभक्ति को देखते हुए लोगों ने उन्हें हमारे देश का पहली महिला प्रधानमंत्री होने का मौका दिया और उन्होंने प्रधानमंत्री पद में रहते हुए देश के लिए बहुत ही बेहतरीन और विकास में अहम काम किए।
पंडित जवाहरलाल नेहरू को बच्चों से बहुत लगाव था वह हमेशा बच्चों तो भगवान का रूप करते थे और वे जानते थे कि बच्चे हमारे देश के भविष्य हैं इसीलिए उन्होंने देश के भविष्य को अच्छा बनाने के लिए बच्चों के वर्तमान को अच्छा बनाने का संकल्प लिया उन्होंने देश के बच्चों के लिए बहुत ही बेहतरीन काम किए.
पंडित जवाहरलाल नेहरू अपना जन्मदिन देश के बच्चों के साथ मनाते थे वह हमेशा अपने जन्मदिन में बच्चों से मिलने जाते हैं बच्चों को तोहफा देते और बच्चों के साथ अपना समय बिताते हैं उन्हें सारे बच्चे प्यार से चाचा नेहरू का कर पुकारते थे।
इसीलिए 1956 में पंडित जवाहरलाल नेहरू जी के जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया। पंडित जवाहरलाल नेहरु जी की मृत्यु 27 मई 1964 में स्टॉक के कारण हो गई थी। इस दिन हमने हमारे देश का एक महान नेता खोया था जिन्होंने देश के विकास के लिए कई सपने सजाए थे.
आज भी 14 नवंबर बाल दिवस के दिन पंडित जवाहरलाल नेहरु जी को लोग याद करते हैं और उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं सभी लोग इस दिन संकल्प लेते हैं कि पंडित जवाहरलाल नेहरु जी जो सपना हमारे देश के बच्चों के लिए देखे थे उन्हें हम सभी लोग पूरा करेंगे।
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बाल दिवस का महत्व (Importance of Children’s Day in Hindi)
Childrens Day हमारा एक राष्ट्रीय त्योहार है इस दिन शिक्षण संस्थानों और सरकारी संस्थानों में Childrens Day मनाया जाता है बाल दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य है कि हम लोगों को बच्चों के भविष्य के प्रति जागरूक करें बच्चों के प्रति समाज में हो रहे हैं अन्याय को दूर करें लोगों को बच्चों के वर्तमान के बारे में जागरूक करें बच्चों की शिक्षा के बारे में लोगों को जागरूक करें.
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आज भी हमारे देश में बाल मजदूरी एक बहुत ही बड़ी समस्या है आज हमारे देश में बहुत बड़ी संख्या में बच्चे कुछ मजबूरी के कारण बाल मजदूरी के दलदल में फंसे हुए हैं बाल दिवस सही रूप में हम तभी मना पाएंगे जिस दिन हम इन बच्चों को बाल मजदूरी के दलदल से निकाल पाए और मुझे एक अच्छा और सुनहरा भविष्य दे सकें।