दोस्तों आज की इस आर्टिकल में हम आपको अब्राहम लिंकन पर निबंध सरल भाषा में – Essay on Abraham Lincoln in Hindi के बारे में बताएंगे यानी की Abraham Lincoln par Nibandh kaise Likhe इसके बारे में पूरी जानकारी देंगे यानी की आपको Abraham Lincoln par 1200 words का essay मिलेगा इसलिए ये आर्टिकल पूरा धेयान से पूरा पढ़ना है। ताकि आपके लिए हेलफुल साबित हो।
अब्राहम लिंकन अमेरिका के सबसे प्रमुख और प्रभावशाली राजनेताओं में से एक हैं उन्होंने अपने जीवन काल में अमेरिका के विकास के लिए बहुत ही बेहतरीन कार्य किए हैं आज हम जिस शक्तिशाली अमेरिका को देख रहे हैं उसकी नींव अब्राहम लिंकन ही ने रखी है अब्राहम लिंकन अमेरिका के आर्थिक विकास से लेकर सैन्य ताकत को बढ़ाने में भी बहुत ही अहम भूमिका निभाई है।
उन्होंने अमेरिका के लोकतंत्र को हमेशा सम्मान किया और वहां की प्रजा और वहां के लोगों की सेवा में लगे रहे। Abraham Lincoln सिर्फ अमेरिका के ही प्रभावशाली राजनेताओं में नहीं है बल्कि पूरे विश्व के प्रभावशाली राजनेताओं में से एक हैं।
Essay on Abraham Lincoln in Hindi – अब्राहम लिंकन पर निबंध
अब्राहम लिंकन ने अपने जीवन काल में ऐसे बहुत से कार्य किए हैं जिससे हमें सीख लेनी चाहिए और अपने जीवन में उनके दिखाए गए रास्तों पर चलना चाहिए। Abraham Lincoln अमेरिका के 16 राष्ट्रपति थे। अमेरिकी स्वतंत्रता के बाद भी दास प्रथा को मानते थे और यह सबसे बुरी समाज की बीमारी में से एक की अमेरिकी दास प्रथा को खत्म करने के लिए अब्राहम लिंकन ने कड़ी मेहनत की और उनके बदौलत ही आज अमेरिका में राष्ट्रपति खत्म हुई है।
अब्राहम लिंकन ने अपनी सारी चुनौतियों को पार करते हुए अपने मुकाम तक पहुंचे हैं और Abraham Lincoln को बचपन से लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति बनने तक बहुत ही चुनौतियों का सामना करना पड़ा उन्हें पढ़ने के लिए परेशानियां होती थी वह एक बहुत ही निर्धन परिवार से थे उन्होंने खुद के मेहनत से किताबें मांग कर खुद की पढ़ाई की और आज पूरा विश्व अब्राहम लिंकन के कार्यों को याद करता है और आज अमेरिका इतना विकसित देश है इसका कारण भी अब्राहम लिंकन है।
जब अब्राहम लिंकन अमेरिका की शासन को संभाला तब उन्होंने प्रजातंत्र को सर्वप्रथम रखा उनका मानना था कि प्रजातंत्र जनता का जनता के लिए और जनता द्वारा चलाएगा शासन है और देश के विकास में जनता का सबसे अधिक महत्व है आज हम जिस विकसित अमेरिका को देख रहे हैं और जिसमें हर देश के नागरिक आकर विकास का भागीदारी बन रहे हैं.
इस व्यवस्था का पूरा श्रेय अब्राहम लिंकन को जाता है। अब्राहम लिंकन देश के राष्ट्रपति थे उन्होंने देश में दास प्रथा और रंग के द्वारा किए जा रहे भेदभाव को भी दूर किया। अब्राहम लिंकन के लिए सभी लोग एक समान थे चाहे वह गरीब हो या अमीर सभी को देश के विकास में भागीदार होने का अवसर प्राप्त होता था और इसी से अमेरिका इतना विकसित देश बना है।
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अब्राहम लिंकन की जीवनी (Biography of Abraham Lincoln in Hindi)
अब्राहम लिंकन का जन्म 12 फरवरी 1809 में सिंगिंग कैंटकी अमेरिका के 1 राज्य में हुआ था अब्राहम लिंकन का जन्म बहुत ही निर्धन परिवार में हुआ था। अब्राहम लिंकन के पिता का नाम थॉमस लिंकन था और उनकी माता का नाम नैंसी हैंड्स लिंकन था। अब्राहम लिंकन बहुत ही निर्धन परिवार से ताल्लुक रखते थे।
अब्राहम लिंकन ने अपनी पढ़ाई खुद से कि उन्होंने अपनी पढ़ाई के लिए दूसरों से किताबें उधार ली और उन्हीं किताबों को पढ़कर उन्होंने अपने विद्यालय की पहली बार स्कूल 11 वर्ष की उम्र में गए अब्राहम लिंकन को पढ़ाई में बहुत ही ज्यादा मन लगता था और उन्होंने अपना अधिकतर समय पढ़ाई में दिया अब्राहम लिंकन पढ़ाई के साथ-साथ अपने पिता का भी मदद करते थे।
क्योंकि वह बहुत गरीब परिवार से थे तो उन्हें अपने पिता के कार्य में हाथ बढ़ाना जरूरी था उनके पिता हमेशा उनसे कहते थे कि अब्राहम हम गरीब हैं और हम इन सब चीजों से कोई मतलब नहीं है हमें अपने कार्य को हमेशा करते रहना चाहिए जब अब्राहम लिंकन ने अपने पिता से कहा पिताजी में 1 दिन अमेरिका का राष्ट्रपति बनूंगी अब्राहम लिंकन ने इसी दृढ़ निश्चय के साथ अपने पढ़ाई और कार्य को हमेशा करते रहे।
अब्राहम लिंकन ने अपने पहले कार्य 17 वर्ष की उम्र में शुरू किया इस वक्त वह अपने घर को छोड़कर कुछ समय के लिए एंडरसन और ओहियो स्टेशन में फेरी का काम करते रहे।
अब्राहम लिंकन के अंदर पढ़ने और कुछ सीखने की ललक बहुत ही अधिक थी उन्होंने अपनी अधिकतर पढ़ाई खुद से कि उन्हें किताबें पढ़ना बहुत ही ज्यादा पसंद था।
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अब्राहम लिंकन की शादी 4 नवंबर 1842 में मेरी टॉड से हुई। मेरी टॉड के पिता एक धनी वकील थे और अब्राहम लिंकन भी एक वकील थे उन्होंने अपनी वकालत प्रैक्टिस शुरू कर दिए थे और उन्हें राजनीति में भी अधिक दिलचस्पी थी और वह साथ ही साथ राजनीतिक कार्य में भी लगे रहे।
राष्ट्रपति बनने से पहले अब्राहम लिंकन 20 साल तक वकालत करते रहे उन्होंने बीच में वकालत को छोड़ी और पूरी तरह से राजनीति में आए पर वह फिर से राजनीति को छोड़कर वकालत में भी आए उसके बाद उन्होंने एक नई रिपब्लिकन पार्टी के साथ जुड़े और वहां से उनकी राजनीतिक जीवन बदल गया।
अब्राहम लिंकन बहुत ही दयालु व्यक्ति थे वह अपने गरीब मुवक्किल से फीस नहीं लेते थे क्योंकि वे जानते थे कि गरीबी के कारण लोगों को कितनी परेशानियां होती हैं।
एक बार की बात है एक सैनिक की विधवा अपने पति की $400 की पेंशन को पाने के लिए और अब्राहम लिंकन के पास आई थी उनका कहना था कि उनके पति की पेंशन के लिए पेंशन ऑफिसर $200 का रिश्वत मांग रहा है अब्राहम लिंकन ने उनकी व्यथा को समझा और उनका केस मुफ्त में लड़ा उन्होंने उस विधवा औरत को $400 भी दिलवाए साथी साथ उनके रहने का खर्च भी उठाया और साथ ही साथ उन्हें वापस टिकट भी दिलाया।
लिंकन ने अपने देश की सेना में भी सेवा की वह लीनियस मिलिशिया ब्रांच में एक कैप्टन के तौर पर कार्यरत थे। सेना मैं कार्य के दौरान उन्होंने कई सारे युद्ध में भी हिस्सा लिया और अमेरिकन इंडियन युद्ध बैटल ऑफ कैलॉक्स groove Battle of steelmans Run black Hawk war जैसे युद्ध में हिस्सा लिया उन्होंने 1832 तक सेना में कार्य किया।
अब्राहम लिंकन इसके बाद राजनीति में सक्रिय हुए उन्होंने कई बार मेयर पद के लिए चुनाव लड़ा पर वो हारे भी लेकिन कभी लड़ना नहीं छोड़ा और फिर दोबारा सफल हुए पर वह व्हिग पार्टी नेता, नेता के तौर पर अमेरिका के राज्य इलिनॉइस के मेयर बने इसके बाद वे 1849 में फिर राजनीति से सक्रिय होकर वापस से वकालत करने लगे।
कुशल से वकालत करने के बाद उन्होंने इसे राजनीति में सक्रिय होने का निर्णय लिया और वे रिपब्लिकन पार्टी के नेता के तौर पर राजनीति पर सक्रिय हुए 1858 में स्टीफन डग्लस के खिलाफ भारत में हिस्सा लिया और वहीं से अमेरिकी लोगों ने उनके कार्य को समझा और वहां से उनकी राजनीति में और भी ज्यादा पहुंच हो गई।
अब्राहम लिंकन 4 मार्च 1861 में अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव जीते उन्होंने यह चुनाव रिपब्लिकन पार्टी की ओर से लड़ा था।
जब उन्होंने अपने देश से दास प्रथा को खत्म किया तब उनके खिलाफ वहां पर बहुत ही ज्यादा विद्रोह होने लगा दक्षिणी क्षेत्र में बहुत ज्यादा विद्रोह हुआ अमेरिका एक संग है जिसमें बहुत से राज्य मिले हुए हैं और उनको यह अधिकार है कि वह कभी भी इस संघ से अलग हो सकते हैं।
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दक्षिणी क्षेत्र में दास प्रथा के खिलाफ इतनी ज्यादा विद्रोह हुआ कि वहां के लोग अमेरिका से अलग होने की सोचने लगे और तभी से वहां पर गृह युद्ध की संभावना चढ़ने लगी अब्राहम लिंकन ने इसको भी बहुत अच्छे तरीके से संभाला उन्होंने दक्षिणी क्षेत्र में सेना को बुलाया और विद्रोहियों का दमन करवाया और वहां के विद्रोह को कुचल दिया।
अब्राहम लिंकन ने अमेरिका को टूटने नहीं दिया और वे युद्ध से अमेरिका को बचाया अगर अमेरिका में गृह युद्ध हो जाता तो आज अमेरिका इतना विकसित नहीं होता अमेरिका के विकास और शिक्षा वहां के लोगों को एक समान अधिकार दिलाने का श्रेय अब्राहम लिंकन को जाता है और अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने अमेरिका से दास प्रथा को हटाया और अमेरिका को गृह युद्ध से बचाया।
उन्होंने अमेरिका के विकास के लिए बहुत ही कार्य किए पर दुर्भाग्यपूर्ण 15 अप्रैल 1835 उनकी हत्या कर दी गई जब भी अपनी पत्नी के साथ किसी संगीत समारोह का आयोजन में गए हुए थे वहां पर उनके सर में गोली मारकर हत्या कर दी गई।आज भी पूरा विश्व में एक अच्छे नेता पर एक महान लीडर के तौर पर श्रद्धांजलि देते हैं।
लोगों के समान अधिकार के लिए अपनी जिंदगी भी कुर्बान कर दी और हर लिंकन से हमें यह देखना चाहिए कि हमें अपने जीवन में लोगों की मदद करते रहना चाहिए और लोगों को हमेशा उनका अधिकार दिलाना चाहिए।
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तो दोस्तों मुझे उम्मीद है की अब्राहम लिंकन पर निबंध सरल भाषा में – Essay on Abraham Lincoln in Hindi के बारे में बताया यानी की Abraham Lincoln par Nibandh kaise Likhe इसकी पूरी जानकारी दिया तो अगर आपको ये आर्टिकल अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।