समाचार पत्र पर निबंध (Essay on Newspaper in Hindi)

अगर आप एक स्टूडेंट है तो आपको निबंध लिखने जरूर परेशानी होती होगी खेर आज की इस आर्टिकल में समाचार पत्र पर निबंध असान भाषा में लिखने किसी करेंगे (Essay on Newspaper in Hindi) ताकि Newspaper par Nibandh Likhne में परेशानी न हो और ये Essay On Newspaper In Hindi for class 1 से लेकर 12th तक स्टूडेंट के लिए बेस्ट होगा बस आपको ये आर्टिकल पूरा पढ़ना है।

समाचार पत्र हमारी जिंदगी का एक महत्वपूर्ण अंग है। अखबार पढ़ना हमारे लिए बहुत ही जरूरी है। यह हमें देश दुनिया से जुड़े रखती है। हम घर बैठे अखबार के माध्यम से पूरे विश्व की खबर पढ़ सकते हैं। अखबार ने हमारी जिंदगी को बहुत ही आसान बना दिया है। जबसे समाचार पत्र का चलन बढ़ा है। तब से लोगों में जागरूकता भी बड़ी है।

Essay on News Paper in Hindi
Pic: pixabay

पहले के मुकाबले आज लोग ज्यादा जागरूक हैं। वे अपने देश की हर एक नीतियों के बारे में जानते हैं। दूसरे देश में क्या हो रहा है इसके बारे में भी वह जानकारी रखते हैं आज अखबार के माध्यम से हमें हर एक चीज की जानकारी प्राप्त होती है। हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था कैसी है और देश की राजनीतिक में क्या हो रहा है।

समाचार पत्र पर निबंध (Essay on Newspaper in Hindi)

सरकार हमारे लिए कौन सी नीतियां लागू कर रही हैं। इन सारी चीजों की जानकारी हमें अखबार के माध्यम से हो जाती है। इसी कारण आज लोगों को यह सारी जानकारी बहुत आसानी से घर बैठे मिल जाती है।

समाचार पत्र (Newspaper) समिति देश-विदेश के साथ-साथ हमारे आसपास की सारी घटनाओं की खबर भी हमें मिलती है अखबार हमें समय के साथ जागरूक रखता है अखबार के माध्यम से हम नए टेक्नोलॉजी के बारे में जानते हैं मनोरंजन के क्षेत्र के बारे में जानते हैं शिक्षा के क्षेत्र के बारे में जानते हैं यह सारी जानकारी हमें घर बैठे एक ही जगह अखबार में मिल जाती है।

 1  समाचार पत्र का इतिहास (History of Newspaper)

समाचार पत्र को यूरोपीय महाद्वीप का आविष्कार माना जाता है। 1566 में सबसे पहले समाचार पत्र venice में हाथों से लिखे जाते थे और इन लोगों के बीच बांटा जाता था। साप्ताहिक समाचार पत्र था जिसमें युद्ध और इटली और यूरोप की राजनीति का समाचार होता था।

1609 में पहला प्रिंटेड अखबार जर्मनी में छपा था। उस वक्त अभिव्यक्ति की आजादी उतनी नहीं थी इसलिए उन समाचार पत्र में सिर्फ विदेश की जानकारी और कुछ सामानों की दामों की जानकारी दी जाती थी। सरकार की ज्यादा दखल होने के कारण अखबार छापने वाले प्रिंट मीडिया तक राजनीति की जानकारी अखबार में ज्यादा नहीं दे सकते थे।

1695 में जब अंग्रेजी सरकार ने अखबारों से संसद के के बारे में पता चला तबसे अखबार का विकास और तेजी से होने लगा अब अखबारों में आपको राजनीतिक जानकारियां भी प्राप्त होती थी।

 2  भारत में समाचार पत्र का विकास (Newspaper development in India)

अंग्रेजी सरकार के शासन से पहले हमारे देश में किसी भी प्रकार का समाचार पत्र (Newspaper) प्रकाशित नहीं होता था। भारत में समाचार पत्र के विकास का श्रेय अंग्रेजी सरकार को जाता है। अंग्रेजी सरकार के आने के बाद ही हमारे देश में समाचार पत्र  प्रकाशित होना शुरू हुआ।

हमारे देश में पहला समाचार पत्र 29 जनवरी 1780 को कोलकाता में James Augustus Hicky द्वारा प्रकाशित किया गया था इस समाचार पत्र का नाम “the bengal gazette” था। बहुत से लोग इसे “hicky gazette”  के नाम से जानते थे। इस अखबार में मुख्य तौर पर विज्ञापन प्रकाशित जाता था।

इस वक्त अंग्रेजी सरकार ने अखबारों में बहुत ही कड़ा प्रतिबंध लगाया हुआ था अगर कोई अखबार सरकार के खिलाफ किसी भी तरह की जानकारी या आलोचना करता है तो ब्रिटिश सरकार उस पत्रकार को और अखबार प्रकाशित करने वाले को कड़ी सजा देती थी।

इसीलिए 18 वीं सदी के अंत तक और 19वीं सदी की शुरूआत तक कोई भी प्रभावशाली पत्रकार उभर कर सामने नहीं आया। 1811 में कोलकाता के कुछ व्यवसायियों ने एक समाचार पत्र प्रकाशित करने का सोचा इस समाचार पत्र का नाम “culcutta chronicles” है यह समाचार पत्र James Silk Buckingham प्रकाशित किया गया था।

James silk Buckingham ने भारत में समाचार पत्र (Newspaper) को एक नया आयाम दिया। उन्होंने भारत में पारदर्शी समाचारों का चलन लाया। समाचार पत्र में भारत के लोगों के समस्याओं को सरकार के सामने लाए और भारत के लोगों के समाचार के माध्यम से आवाज उठाया। उन्होंने हमारे देश की कुप्रथा “सती प्रथा” के खिलाफ आवाज उठाया और एक आंदोलन चलाया।

1878 में दा हिंदू नाम का एक अंग्रेजी समाचार पत्र प्रकाशित हुआ जो मुख्य  तौर पर तमिलनाडु और केरल के इलाकों में प्रकाशित होता था। अखबार ने हमारे देश की आजादी में बहुत ही अहम भूमिका निभाई है अखबार के माध्यम से उस वक्त लोगों को हमारे देश में हो रही आंदोलन के बारे में जानकारी मिलती थी। लोगों को ब्रिटिश सरकार के अत्याचारों की जानकारी दी जाती थी। ताकि लोग अंग्रेजी सरकार के कानूनों के खिलाफ आवाज उठाएं और देश के आजादी की लड़ाई में एक एक दूसरे का साथ दें।

बाल गंगाधर तिलक दो समाचार पत्र प्रकाशित करते थे एक केसरी और एक मराठा इसमें वह लोगों को ब्रिटिश सरकार के अत्याचारों के खिलाफ जागरूक करते थे और इस समाचार पत्र के माध्यम से वह ब्रिटिश सरकार के खिलाफ आवाज उठाने में सक्षम है।

महात्मा गांधी भी कई समाचार पत्र प्रकाशित करते थे उनमें से दो समाचार पत्र “young india” और “harijan” थे। हरिजन समाचार पत्र के माध्यम से हुए दलितों के साथ हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाते थे और दलितों को जागरूक करते थे।

आजादी के बाद भारत के समाचार पत्र के शैली बहुत बदल गई अब यहां पर एक पारदर्शिता पाली पत्रकारिता होने लगी अब लोग खुलकर सरकार के अच्छी नीतियों का प्रोत्साहन करते थे और उनकी खराब नीतियों का आलोचना करते थे। आजादी के बाद पत्रकारों को और हमारे लोगों को अभिव्यक्ति की आजादी मिली लोग खुलकर सरकार के नीतियों का विश्लेषण करते थे।

आजादी के बाद भारत में समाचार पत्र का चलन बहुत तेजी से बढ़ गया जिसके कारण यह एक इंडस्ट्री के तौर पर उभरा और आज विश्व में सबसे बड़े newspaper industry में भारत का समाचार पत्र का इंडस्ट्री है।

आज हमारे देश में हजारों समाचार पत्र रोज प्रकाशित होते हैं। आज हर शहर में कई सारे लोकल समाचार पत्र प्रकाशित होते हैं जिसमें उन्हें उनके शहर के सारी जानकारी और उनके शहर में हो रहे राजनीतिक बदलाव अपराधिक घटनाएं  और भी महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त होती हैं।

आज हमारे देश में कई भाषाओं में समाचार पत्र प्रकाशित होते हैं हर एक राज्य में उनकी मातृभाषा में भी कई सारे समाचार पत्र प्रकाशित होते हैं। आज के समय में अलग-अलग domain के लिए अलग-अलग समाचार पत्र प्रकाशित होते हैं। बिजनेस शिक्षा राजनीति अपराधिक घटनाएं मनोरंजन जैसे अलग-अलग domain के लिए अलग से अखबार छापते हैं. मोबाइल फ़ोन पर निबंध 2000 Words | Essay on Mobile Phone in Hindi

आज सभी देश में एक अंतरराष्ट्रीय समाचार को प्रकाशित करने वाले एक बार होती है जो कि अंतरराष्ट्रीय समाचार को संचालित करती है इन अखबारों में आपको दूसरे देशों में हो रहे राजनीतिक उथल-पुथल और अन्य मासूम घटनाओं की जानकारी दी जाती है।

 3  अखबार पढ़ने के लाभ (Benefits of reading a newspaper)

Reading skill: रोज अखबार पढ़ने से आपके अंदर अच्छा reading skill उत्पन्न होता है आप बहुत तेजी से एकाग्रता से किसी भी चीज को पढ़ सकते हैं।

current affairs: जो लोग सरकारी नौकरी की तैयारी करते हैं उनके लिए समाचार पत्र पढ़ना बहुत ही जरूरी है क्योंकि समाचार पत्र पढ़ने से उन्हें समसामयिक घटनाओं की अच्छी जानकारी होती है और उन्हें करंट अफेयर की बहुत अच्छी जानकारी मिल जाती है इससे उनकी परीक्षाओं की तैयारी और मजबूत हो जाती है।

job vacancy: अखबार नौकरी की भर्तियों के बारे में भी पता चलता है हर बार हमें हर दिन नए-नए नौकरी का अवसर के बारे में बताती है जो कि युवाओं के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद होती है।

शब्दावली और व्याकरण में सुधार: अगर आप रोज अखबार पढ़ते हैं तो आपकी शब्दावली में शब्दों की संख्या बढ़ती है और आपका व्याकरण भी बहुत ज्यादा अच्छा हो जाता है।

आप रोज अंग्रेजी अखबार पढ़ते हैं तो आपके अंग्रेजी बहुत मजबूत हो जाती है और आप अच्छे से अंग्रेजी बोल भी पाते हैं और अच्छे अंग्रेजी पढ़ पाते हैं।

New technology: अखबार पढ़ने से हमें नए-नए टेक्नोलॉजी के बारे में भी जानकारी मिलती रहती है आए दिन अखबार में विज्ञान के नए आविष्कारों के बारे में बताया जाता है हम नए मोबाइल फोन के बारे में अखबार  के माध्यम से जानते हैं नए टेक्नोलॉजी के बारे में अखबार माध्यम से जानते हैं।

advertisement: अखबार के द्वारा हमें नए ब्रांड के बारे में पता चलता है कि हमारे बाजार में कौन सा नया ब्रांड आया है।

जागरूकता: अखबार की सबसे खास बात यह है कि अखबार के माध्यम से लोगों को हर एक प्रकार की जानकारी घर बैठे मिल जाती है इससे लोगों की जागरूकता बढ़ती है हम घर बैठे देश विदेश की खबरों को पढ़ पाते हैं।

अखबार में हर दिन सरकार की नीतियों के बारे में बताया जाता है। अखबार के माध्यम से लोगों को नौकरी की जानकारी मिलती है टेक्नोलॉजी की जानकारी मिलती है राजनीति की जानकारी मिलती है और बहुत सारी जानकारी हमें अखबार के माध्यम से मिलती है।

अखबार में हमें मौलिक शिक्षा भी प्राप्त होती है हर दिन अखबार में एक मौलिक शिक्षा पर आर्टिकल होता है जिसका उद्देश्य होता है कि यह लोगों को हर दिन एक मौलिक शिक्षा प्रदान करें। अखबार में हमें बहुत सारी प्रोत्साहित करने वाली कहानियां भी मिलती है। अखबार के माध्यम से हम अपनी आवाज सरकार तक पहुंचा सकते हैं।

Conclusion

हमें अखबार रोज पढ़ना चाहिए क्योंकि अखबार हमें बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारियां देती है। समाचार पत्र ना सिर्फ हमें देश दुनिया की खबर देती है बल्कि यह हमें मौलिक शिक्षा भी प्रदान कराती हैं समाचार पत्र के माध्यम से हम नई चीजें भी सीखते हैं हमें नए टेक्नोलॉजी के बारे में पता चलता है।

तो दोस्तों मैंने आपको इस आर्टिकल में समाचार पत्र पर निबंध असान भाषा में लिखने के बारे में बताया (Essay on Newspaper in Hindi) ताकि Newspaper par Nibandh Likhne में कोई दिकत न हो खेर आपको आर्टिकल कैसा लगा हमें आप कमेंट सेक्शन में जरूर बताये.

हर एक छात्र को रोज समाचार पत्र पढ़ना चाहिए क्योंकि समाचार पत्र पढ़ने से उनकी पढ़ने में तेजी आती है वह बहुत जल्दी किसी चीज को समझ पाते हैं और उन्हें बहुत ही सारी चीजों की जानकारी मिलती है।

समाचार पत्र हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा है समाचार पत्र हमें एक ही जगह पर सारी चीजों की जानकारी मुहैया कराती है। समाचार पत्र समाज में जागरूकता बढ़ाने में बहुत ही अहम भूमिका निभाती है।

Leave a Comment